Synopsis
इक इशारे से हम सबको गुलाम कीजिए – Love Poems in Hindi
इक इशारे से हम सबको गुलाम कीजिए
इक इशारे से हम सबको गुलाम कीजिए
हम आ गए महफ़िल में सलाम कीजिए
मतलब देख-परख ली तुमने ये दुनिया
तो अब तो एक खत मेरे नाम कीजिए
ये अमन-परस्त लोगों की एक सलाह है
अपने दुश्मनों का भी एहतराम कीजिए
यहाँ गुल को गुलशन करने वाले तमाम
गर ये आप हो तो उसे गुलफाम कीजिए
कल आईना भी मुझे थका-थका-सा दिखा
करने हों अच्छे काम तो आराम कीजिए
-अनंत भरद्वाज
LOVE POEMS FOR HIM